Friday, September 5, 2008

आरुशि का रहस्य

आजकल मीडिया में एक खबर ने बहुत तेजी पकड़ी हुई है॥ वो है नोएडा का आरुषि हेमराज हत्याकाण्ड॥ इस खबर की प्रमुखता क्यों दी गई है। ये समझ से परे है... क्योंकि तमाम ऐसी खबरे है जिन्हे प्रमुखता मिलनी चाहिए थी॥ लकिन आरुषी के चलते ऐसा नहीं हो सका... आरुषी की वो मासूम सी मुस्कुराहट शायद सबके दिल में घर कर गई... लोग उससे इतना जुड़ गये मानो हत्यारे को सजा दिलाकर ही दम लेंगे... जन भावना को हथियार बनाकर न जाने कितनी बार मीडिया वोलों ने टीआरपी गेन की है॥ इस बार भी ऐसा ही हुआ...सारे चैनल राशन पानी लेकर इस खबर के पीछे पड़ गये॥ मानो उनकी अपनी बेटी की हत्या हो गई॥ कई एंकर तो ऐसे चिल्ला रहें थे जैसे उनके सामने ही हत्या को अंजाम दिया गया हे...आखिरकार लोगों की मेहनत रंग लाई और आननन फानन में पुलिस ने आरुषि के पिता को ही आरोपी करार दे दिया और गिरफ्तारी भी हो गई... अब लग रहा था जैस चैनल वालों को और आम जनता के साथ में पुलिस को भी राहत की सांस मिल गई हो.... लेकिन सवाल ये उठता हैं कि कोई बाप अपनी ही बेटी की हत्या क्यों करवायेगा...जो तर्क पुलिस ने दिये हैं॥ उसका कोई जवाब नहीं... हंलांकि हमे केस की गहराई में ज्यादा नहीं जाना चाहिए...अब देखना ये हैं कि चैनलों की मुहिम किस मुजरिम को जेल की सलाखों के पीछे भिजवाती है... और अगला कौन सा केस इनहे टीआरपी गेन करने में मददद करता है......धन्यवाद

2 comments:

شہروز said...

अंतरजाल के संसार में हार्दिक अभिनन्दन.
आपकी रचनात्मक मेघा सराहनीय है.
हमारी शुभ कामनाएं.
कभी समय मिले तो इस तरफ भी आयें, और हमारी मुर्खता पर हंसें.
http://hamzabaan.blogspot.com/
http://shahroz-ka-rachna-sansaar.blogspot.com/ http://saajha-sarokaar.blogspot.com/

प्रदीप मानोरिया said...

सटीक लिखा है आपका हार्दिक स्वागत है समय निकाल कर मेरे ब्लॉग पर भी दस्तक दें